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शुक्रवार, 14 दिसंबर 2012

क्रम - १० वाव ए अत्फ़

वाव -ए- अत्फ़

उर्दू भाषा में जब दो शब्दों के बीच 'व', 'तथा', 'और' आदि शब्द का प्रयोग किया जाता है तो वहाँ अत्फ़ का प्रयोग भी किया जा सकता है
उदाहरण - मीर व ग़ालिब, मीर तथा ग़ालिब, मीर और ग़ालिब को 'मीरो ग़ालिब' भी कहा जा सकता है, सुब्ह और शाम को 'सुब्हो शाम' कहा जा सकता है

इजाफत की तरह वाव-ए-अत्फ़ के सुब्हो-शाम को हिन्दी में हाईफन की सहायता से सुब्ह-ओ-शाम लिखा जाता है और पढते तथा मात्रा गिनते समय इसे सुब्हो-शाम के उच्चारण अनुसार पढ़ा और गिना जाता है
वाव अर्थात "ओ" की मूल मात्रा लघु होती है इसे भी जरूरत पड़ने पर उठा कर दीर्घ मान सकते हैं| अर्थात यहाँ भी मात्रा उठाने का नियम लागू हो सकता है
मात्रा गणना के बाकी नियम लगभग इजाफत की तरह है फिर भी एक उदाहरण के साथ समझ लेते हैं  
१) सुब्ह-ओ-शाम का वज्न सुब्हो शाम अनुसार २१२१ अथवा मात्रा उठा कर सुब्२ हो२ शा२ म१(२२२१) हो सकते है परन्तु यह सुब्ह२१ ओ१ शाम२१ और सुब्ह२१ ओ२ शाम२१ नहीं हो सकता है 

२) दीन और ईमान वाव -ए- अत्फ़ से दीनो-ईमान होता है परन्तु हिन्दी में इसे दीन-ओ- ईमान लिखा जायेगा   


३) दैर व हरम - "दैरो हरम" हो जायेगा परन्तु एक उर्दू एक अन्य भाषा के शब्द में वाव -ए- अत्फ़ नहीं लग सकता
उदाहरण - सुब्ह(उर्दू शब्द) और संध्या(हिन्दी शब्द) को "सुब्ह -ओ- संध्या" नहीं कर सकते हैं  

४) जहाँ पहले शब्द का आख़िरी व्यंजन स्वर युक्त होगा वहाँ वाव ए अत्फ़ को अलग से १ मात्रिक गिना जायेगा जिसे जरूरत पडने पर उठा कर २ मात्रिक कर सकते हैं
जैसे =पियाला-ओ-मीना (१२२ १ २२) या (१२२ २ २२)   

५) एक साथ एक से अधिक वाव-ए-अत्फ़ का प्रयोग भी किया जाता है
उदाहारण -
वह फिराक और वह विसाल कहाँ
वह शब-ओ-रोज-ओ-माह-ओ-साल कहाँ - (मिर्ज़ा ग़ालिब)

याद रखें एक साथ तीन से अधिक वाव-ए-अत्फ़ का प्रयोग ऐब माना गया है वैसे हुन्दुस्तनी जबान में शायरी करने वालों में अधिकतर ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जिसमें वाव -ए- अत्फ़ एक बार ही आ पाता है, दो बार का प्रयोग ही कम देखने को मिलता है तो चार बार प्रयोग तो बहुत दूर की बात है

यह लेख एक विशेष शेअर से समाप्त करता हूँ जिसमें अलिफ़ वस्ल, इजाफत और वाव-ए-अत्फ़ तीनों नियम का सुन्दर प्रयोग किया गया है -

तेरे जवाहर-ए-तरफ-ए-कुलह को क्या देखें
हम औजे-ताला-ए-लाल-ओ- गुहर को देखते हैं -(मिर्ज़ा ग़ालिब)  

2 टिप्‍पणियां:

  1. In this manner my associate Wesley Virgin's biography launches with this shocking and controversial VIDEO.

    As a matter of fact, Wesley was in the army-and shortly after leaving-he revealed hidden, "self mind control" tactics that the government and others used to obtain anything they want.

    THESE are the same SECRETS many celebrities (especially those who "became famous out of nowhere") and the greatest business people used to become wealthy and successful.

    You've heard that you utilize only 10% of your brain.

    Really, that's because most of your brain's power is UNTAPPED.

    Perhaps that thought has even occurred INSIDE your own head... as it did in my good friend Wesley Virgin's head 7 years ago, while riding a non-registered, beat-up trash bucket of a car with a suspended license and on his banking card.

    "I'm absolutely frustrated with going through life paycheck to paycheck! When will I become successful?"

    You took part in those questions, ain't it so?

    Your very own success story is going to be written. You need to start believing in YOURSELF.

    WATCH WESLEY SPEAK NOW

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  2. हार्दिक आभार अत्यंत शूक्ष्म ज्ञान प्रदान कर आपने अनुग्रहित कर दिया । सबसे अच्छी बात आपने उचित उदाहरण भी प्रस्तुत किए ! पुनः कोटिश आभार

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